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Baatein Dil Ki Season - 2
बातें दिल की Season 2 Episode - 1, इमोशनल फर्स्ट एड क्या है और कैसे किया जाए

बातें दिल की Season 2 Episode - 1, इमोशनल फर्स्ट एड क्या है और कैसे किया जाए

बातें दिल की Season 2 — अनुभवी काउंसलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 1 — इमोशनल फर्स्ट-एड क्या है और कैसे किया जाए? ----------------------------------------------------------------------------- जब हम शारीरिक रूप से घायल होते हैं, तो हम जानते हैं कि हमें क्या करना चाहिए। हमें फर्स्ट-एड करना चाहिए। लेकिन जब हम मानसिक या भावनात्मक रूप से घायल होते हैं, तो हम आमतौर पर इसे नज़रअंदाज़ करने की कोशिश करते हैं—क्योंकि हमें पता नहीं होता की क्या करना है, और कैसी प्रतिक्रिया देनी है। हम अपनी भावनाओं को दबाते रहते हैं। परंतु अनजाने में यह कई अन्य रूपों में हमारे भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। इस एपिसोड में काउंसलर परमीत मनचंदा हमें बताती हैं कि जब हम भावनात्मक रूप से आहत होते हैं तो हमारा भावनात्मक फर्स्ट-एड क्या होना चाहिए। काउंसलर की दी गई जानकारी से आपको सहायता मिलेगी, और भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर होगा। इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें। When we are physically hurt, we know what to do. We go for first aid. But when we are emotionally hurt, we seldom know what to do. In this episode, Counsellor Parmeet Manchanda tells us what should be our first step, our Emotional First Aid when we are hurt emotionally. Words of advice from the counsellor are sure to help in improving our emotional wellness. Please watch this film and share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode -  2, समानुभूति Empathy दूसरों को कैसे समझा जाए

बातें दिल की Season 2 Episode - 2, समानुभूति Empathy दूसरों को कैसे समझा जाए

बातें दिल की Season 2 अनुभवी काउंसलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 2 समानुभूति Empathy दूसरों को कैसे समझा जाए? ----------------------------------------------------------------------------- इस एपिसोड में काउंसलर निहारिका धीर हमें बताती हैं कि क्यों हमें एक ऐसा दृष्टिकोण रखना चाहिए जिससे हम औरों की भावनाओं को समझ पाएं और दूसरों की स्थिति महसूस कर सके। काउन्सलर की बातें सुन कर हम दूसरे लोगों को बेहतर समझ पाएंगे, इससे हमारी दूरी कम होगी और हमारा भावनात्मक स्वास्थ्य भी अच्छा होगा। इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें। Empathy is our ability to connect and understand each other. In the second episode of Baatein Dil Ki, Season 2— counsellor Niharika Dhir from Sanjivini tells us what empathy is. And, why it is essential to have an empathetic view of situations, to understand things from someone else's perspective, and to feel their emotions. This would bring us closer to people and our emotional wellness would thrive. Please watch this film and do share it with your friends and relatives.
बातें दिल की Season 2 Episode - 3,  Self Worth अपनी वैल्यू कैसे जानें

बातें दिल की Season 2 Episode - 3, Self Worth अपनी वैल्यू कैसे जानें

बातें दिल की Season 2 अनुभवी काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 3 Self-Worth अपनी वैल्यू कैसे जानें ---------------------------------------------------------- अनुभवी काउंसलर पारुल पाराशर हमें बताती हैं कि अपनी खुद की वैल्यू (Self-Worth) को कैसे जानें और कैसे हम इसे हेल्दी रख सकते हैं । काउंसलर के साथ ये महत्वपूर्ण दिल की बातें हमारा भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर करेंगी। इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें। How much do we value ourselves? Do we feel we are worthy of love, happiness, and respect? In this episode of Baatein Dil Ki, experienced counsellor Parul Parashar helps us in understanding our Self-Worth and how to enhance it. Words of wisdom from the counsellor will make us better human beings and improve our emotional wellness. Watch this film and share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode - 4, Marriage in the times of covid वैवाहिक जीवन पर कोविड का असर

बातें दिल की Season 2 Episode - 4, Marriage in the times of covid वैवाहिक जीवन पर कोविड का असर

बातें दिल की Season 2 अनुभवी काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 4 Marriage in the times of covid वैवाहिक जीवन पर कोविड का असर ---------------------------------------------------------- हमारे वेवाहिक जीवन पर कोविड का क्या प्रभाव पड़ा और लॉकडाउन के टाइम में घर में बंद होने के कारण पति-पत्नी के संबंध कैसे बदल गए ? संजीवनी से काउंसलर परमीत मनचंदा हमें बताती हैं कि पति-पत्नी तनाव को कैसे दूर करें और अपना भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर करें । इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें। What was the impact of Covid on our married lives and how relationship between spouses changed with the lockdown-imposed confinement? In this episode, Sanjivini Counsellor Parmeet Manchanda tells us how married couples can re-examine stress points in their relationship to avoid unnecessary conflict and improve their emotional wellness. Watch this film and don’t forget to share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode -5, Breakup रिश्ता टूटने पर कैसे संभलें

बातें दिल की Season 2 Episode -5, Breakup रिश्ता टूटने पर कैसे संभलें

बातें दिल की Season 2 अनुभवी काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 5 Breakup रिश्ता टूटने पर कैसे संभलें? ---------------------------------------------------------- रिश्ते का खत्म होना अपने आप में एक दर्दनाक अनुभव होता है। और कई बार व्यक्ति पूरी तरह से टूट जाता है। संजीवनी से काउंसलर नीलम अग्रवाल हमें बताती हैं कि ब्रेकअप होने पर बिखरते हुए खुद को कैसे संभालें और इस दर्द से कैसे उभरें ताकि जिंदगी में हम आगे बढ़ें और अपना भावनात्मक स्वास्थ्य भी मजबूत करें। इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें। Breakup in relationship is a painful experience and very often the person involved is completely shattered. In this episode, Sanjivini Counsellor, Neelam Agarwal tells us how to pull the broken self together and recover from the agony of a breakup and move ahead in life, while becoming stronger. Emotionally. Watch this film and don’t forget to share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode -6, Caregivers देखभाल करने वाले अपना ख्याल कैसे रखें

बातें दिल की Season 2 Episode -6, Caregivers देखभाल करने वाले अपना ख्याल कैसे रखें

जो लोग अपने घर में किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं, वो अपना ख्याल कैसे रखें? खासकर तब जब वो किसी ऐसे व्यक्ति के केयरगिवर हैं, जिसे मानसिक बीमारी है। संजीवनी काउंसलर पारुल पराशर बताती है, कि केयरगिवर अपनी खुद की देखभाल कैसे करें, जिससे उनका भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रहे। इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें। Taking care, especially of mentally ill patients at home can be a very challenging task. Many times the caregivers themselves burn out emotionally and physically. Sanjivini Counsellor, Parul Parashar explains how caregivers can learn to be more mindful of their own stress, and by finding a healthy middle ground between sacrifice and selfishness they can help themselves. Please watch this film and share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode - 7, Grieving— दुःख कैसे व्यक्त करें

बातें दिल की Season 2 Episode - 7, Grieving— दुःख कैसे व्यक्त करें

दुःख कैसे व्यक्त करें? शोक / दुःख, हानि या नुकसान की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। यह वो कष्ट हैं जिसे हम महसूस करते हैं जब हमसे कोई व्यक्ति या कोई चीज़ जिसे हम प्यार करते हैं ,चला जाता है। संजीवनी काउंसलर, ममता वैश शोक व्यक्त करने की प्रक्रिया के बारे में बताती हैं कि कैसे हम इस दर्द का सामना करें—अपने आप को संभाल कर अपनी ज़िन्दगी को आगे बढ़ाये, और अपने भावनात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें। Grief is a natural response to loss. It is the emotional pain we go through when something or someone we love is taken away. Even subtle losses in life can trigger a sense of grief. Sanjivini Counsellor, Mamta Vaish explains the grieving process and ways to help cope with the pain. Please watch this film and share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode -8, Parenting अच्छी परवरिश कैसे करें

बातें दिल की Season 2 Episode -8, Parenting अच्छी परवरिश कैसे करें

अच्छी परवरिश कैसे करें हर पीढ़ी में बच्चों और माता पिता के बीच हमेशा कुछ ना कुछ अनबन लगी रहती है। ऐसे अगर कोई issues हों तो हम कैसे उन्हें resolve करें? अपने बच्चों को कैसे समझने की कोशिश करें? संजीवनी काउंसलर सिमी हंसपाल हमें बताती है कि अच्छा पालन-पोषण क्या है। इसकी क्या परिभाषा है, और अपने बच्चों की परवरिश कैसे करें जिससे वह जीवन में सफल और एक अच्छे इंसान बनें । इस फ़िल्म को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें। Raising a happy, healthy child is one of the most challenging jobs a parent can have—and it is also one of the most rewarding. Sanjivini Counsellor Simi Hanspal tells us what good parenting is, its boundaries and gives us tips on how to raise our children to become good human beings, and also become successful in life. Please watch this film and share it with your family and friends.
बातें दिल की Season 2 Episode - 9 घरेलु हिंसा कैसे रोकें (DOMESTIC VIOLENCE – HOW TO PREVENT IT?)
बातें दिल की Season 2 Episode - 10 शारीरिक शोषण कैसे रोकें  (SEXUAL ABUSE – HOW TO PREVENT IT?)

बातें दिल की Season 2 Episode - 10 शारीरिक शोषण कैसे रोकें (SEXUAL ABUSE – HOW TO PREVENT IT?)

शारीरिक शोषण एक अपराध, एक बिमारी है जिसका हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है। पीड़ितों को अपनी चुप्पी तोड़नी होगी, ताकि जल्द से जल्द इस बिमारी से समाज को बचाया जा सके। बातें दिल की के सीज़न 2 के इस आखिरी एपिसोड में; संजीवनी काउंसलर शिवानी अग्रवाल हमें इस अपराध के कारण, उन पीड़ितों के ऊपर पड़ने वाले मानसिक और भावनात्मक असर और उस असर से कैसा निकला जाये एवं समाज से इस बुराई को दूर करने के क्या सुरक्षित कदम उठाये जायें इस बारे में हमें बता रही हैं। इस फिल्म को देखें और अपने दोस्तों एवं परिवार के साथ सांझा करें The menace of sexual abuse need not pervade our society forever. The easier we make it for victims to break their silence, the faster it will be to deal with this problem. In this last episode of Season 2 of Baatein Dil Ki, Sanjivini Counsellor Shivani Agarwal takes us through the various forms of this offence, the mental and emotional agony of the victims, and finally what steps can be taken to eradicate this evil from society for making an emotionally safe place for healthy living. Watch this film and please do share it with your family and friends.
Baatein Dil ki Season - 1
बातें दिल की — Episode 1 — बात करना बहुत ज़रुरी है

बातें दिल की — Episode 1 — बात करना बहुत ज़रुरी है

बातें दिल की — प्रोफेशनल काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 1 — बात करना बहुत ज़रुरी है -------------------------------- मानसिक परेशानी से सब गुज़रते हैं, कोई कह पाता है, कोई नहीं। जो कह पाते हैं, वह शायद इससे उभरने में कामयाब हो जाते हैं, लेकिन जो नहीं कह पाते उनके लिए? इस एपिसोड में— बात करने की ज़रूरत और उसका हमारी मानसिक स्थिति से संबंध; इस विषय पर प्रोफेशनल काउन्सलर अपने वर्षों के अनुभव आपके साथ साझा करेंगे। काउन्सलर की दी गई जानकारी से आपको सहायता मिलेगी, और भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर होगा। इस वीडियो को देखें, अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode 2 — प्रभावशाली बातचीत

बातें दिल की — Episode 2 — प्रभावशाली बातचीत

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 2 — प्रभावशाली बातचीत कैसी हो ----------------------------------------------------------- बातचीत में समस्या, लोगों के तनाव स्तर को बढ़ा सकती है—इससे लोग उदासीन भी हो सकते हैं और दूसरों को गलत भी समझ सकते हैं। इस एपिसोड में—प्रभावशाली बातचीत कैसे करें; हमारी अनुभवी काउन्सलर कविता श्रीराम अपने सम्पूर्ण ज्ञान से इस विषय पर प्रकाश डालेंगी । क्योंकि, एक अच्छी और प्रभावशाली बातचीत माध्यम है एक दूसरे की सहायता का। एक आश्वासन है भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर करने का। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode #3— बिना धारणा बनाए सुनना और समझना

बातें दिल की — Episode #3— बिना धारणा बनाए सुनना और समझना

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 3 — बिना धारणा बनाए निष्पक्ष होकर सुनना और समझना ----------------------------------------------------- हमारा दूसरों के प्रति धारणा बनाना बहुत स्वाभाविक है, जो हमें आपस की महत्वपूर्ण बातचीत से दूर ले जाता है। इस एपिसोड में काउन्सलर ममता वैश की बात सुनिए, जैसे वह बताती हैं कि परेशानी के समय में लोगों की मदद करने के लिए क्यों और कैसे निष्पक्ष होकर सुनना महत्वपूर्ण है। निष्पक्ष होकर सुनने से बोलने वाले को यह महसूस होता है कि उसे सही सुना और समझा गया है — और इससे दोनों के भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार आता है। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode #4— खुद को जाने, खुद को पहचाने

बातें दिल की — Episode #4— खुद को जाने, खुद को पहचाने

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 4 — कैसे खुद को जाने, खुद को पहचाने ---------------------------------------- अपनी अच्छाई व बुराई को कैसे स्वीकारें। खुद को जानने और समझने के लिए अपने अंदर गहराई में झांकना होगा। ऊपरी दिखावे से रिश्तों को सुधारने, और दूसरों की गलतियां देखने की बजाय, हम अपने आप को बेहतर तरीके से समझें ताकि हमारा खुद से व दूसरों से रिश्ता और मज़बूत हो। इस एपिसोड में, सीनियर काउंसलर, कल्पना हमें इसी सच्चाई से रुबरु कराएंगी। ताकि हमारा भावनात्मक स्वास्थ्य और बेहतर हो सके। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode #7— रिश्ता खुद से और दूसरों से

बातें दिल की — Episode #7— रिश्ता खुद से और दूसरों से

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 7 — रिश्ता खुद से और दूसरों से --------------------------------- जब हम अपने इर्द-गिर्द देखतें हैं, तो हमें कई सारे रिश्तों का अनुभव होता है, ये रिश्ते हमें परिवार या समाज में रहने की मौजूदगी का अहसास कराते हैं। रिश्तों के मायने क्या हैं, शायद ही कभी हमने इसे समझने का प्रयास किया हो। इस एपिसोड में — कैसे हम अपने रिश्तों को स्वास्थ्य और मज़बूत आधार दें, इस बारे में अनुभवी काउन्सलर, ममता — रिश्तों के प्रति हमारी धारणा और उनकी उलझनों से बाहर निकलने में हमारा सहयोग करेंगी। जिससे हमारे भावनात्मक स्वास्थ्य का आधार मजबूत बनें। इसे देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर भी करें।
बातें दिल की — Episode #8— तकरार— कैसे करें समाधान

बातें दिल की — Episode #8— तकरार— कैसे करें समाधान

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 8 — तकरार का कैसे हो समाधान? ----------------------------------- लोगों में तकरार होना एक आम बात है और यह आपसी रिश्तों का एक हिस्सा भी है। हर एक की राय दूसरे से भिन्न हो सकती है। लेकिन जब तकरार से निपटने की बात आती है, तो हम में से कुछ लोग या तो इन भावनाओं को अनदेखा कर देतें हैं या दबा देते हैं। इस एपिसोड में — तकरार को क्यों और कैसे हल करें, अरविन्दर, काउन्सलर इस विषय में गहराई से उन सकारात्मक सुझावों के बारे में बताएंगी। तकरार से हमारे सोचने और समझने की शक्ति विकसित होती है, नए रास्तों की जानकारी मिलती है और रिश्तों के आधार मजबूत होते हैं। तकरार को हल करने की निपुणता से हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक रिश्ते गहरे एवं मजूबत बनते हैं। और हमारा भावनात्मक स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode #9 — संकट का सामना कैसे करें

बातें दिल की — Episode #9 — संकट का सामना कैसे करें

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 9 — संकट का सामना कैसे करें? ---------------------------------- हम सबका संकट से निपटने का तरीका अलग-अलग हो सकता है। हर परेशानी, संकट नहीं होती, और उससे बाहर निकलना, बहुधा आसान नहीं होता। इस एपिसोड में — संकट के समय में खुद का संयम कैसे कायम रखें और उन परिस्थितियों से मुकाबला और मन की शांति को कैसे बनाए — निहारिका धीर, काउन्सलर, इस जटिल विषय पर रोशनी डालेंगी। संकट केवल हमें खतरे में ही नही डालता, यह हमारी भावनात्मक स्थिरिता और आपसी रिश्तों में भी खलल डालता है। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode 11 — डिप्रेशन के कारण और बचाव

बातें दिल की — Episode 11 — डिप्रेशन के कारण और बचाव

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 11 — डिप्रेशन के कारण और बचाव ------------------------------------------------- डिप्रेशन या उदासी के लक्षणों में बहुत कम अंतर होता है, उदासी कुछ समय में ठीक हो जाती है। लेकिन जो इंसान लंबे अर्से तक अकेलापन, किसी से बात ना करना और आत्मविश्वास की कमी से जूझता रहे, तो वह धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाता है, जो एक बिमारी का रुप ले लेती है। उस व्यक्ति की पहचान कैसे हो, और उसके आस-पास के लोगों की भूमिका और परिवार की सहभागिता द्वारा हम कैसे उसकी मदद करें— इस एपिसोड में कविता श्रीराम, काउन्सलर अपने अनुभवों से इस विषय पर अपने विचार प्रकट करेंगी। जिससे हमारे समाज और पूरे विश्व का भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर बनें। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode 12 — आत्महत्या को कैसे रोकें

बातें दिल की — Episode 12 — आत्महत्या को कैसे रोकें

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 12 — लोग suicide/आत्महत्या क्यों करते हैं ? इसे कैसे रोका जाए ? -------------------------------------------------------------- यह कल्पना शक्ति से परे है कि कोई मशहूर व्यक्ति, दोस्त या परिवार का सदस्य आत्महत्या या उसकी कोशिश क्यों करता है। हो सकता है कि उसने हमें कोई चेतावनी या संकेत दिया हो, और हम अचंभित हो जाएं कि हमसे कोई सूराग कैसे छूट गया। इस एपिसोड में, आत्महत्या को रोकने के प्रति जागरूकता पैदा करते हुए—कल्पना बापना, काउन्सलर—हमें मनोवैज्ञानिक नज़रिए से बताती हैं कि कोई इंसान आत्महत्या क्यों करता है? काउन्सलर हमें यह भी बताती हैं कि ऐसा व्यक्ति इतना बड़ा कदम उठानें से पहले किस प्रकार के संकेत देता है और उन्हें कैसे पहचानें, ताकि ऐसी घटनाओं को इसे पहले से ही रोका जा सके। जिससे घर-परिवार और समाज में मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य ठीक रहे। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
बातें दिल की — Episode 13 — अपनी देखभाल क्यों ज़रूरी

बातें दिल की — Episode 13 — अपनी देखभाल क्यों ज़रूरी

बातें दिल की — काउन्सलर द्वारा भावनात्मक स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी Episode 13 — Self-care/अपनी देखभाल क्यों ज़रूरी है ? --------------------------------------------------------- खुद की देखभाल के बारे में लोगों की अपनी-अपनी अलग राय हो सकती है। मौटे तौर पर अगर आप खुद का ध्यान रखते हैं, तो आप अगले दिन सुबह अपने अंदर एक नई ऊर्जा महसूस करते हैं। स्वयं की देखभाल से तात्पर्य यह है कि आप संसार को अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहें हैं। "बातें दिल की" श्रृंखला के इस आखिरी एपिसोड में, अरविन्दर, काउन्सलर—हमें खुद की मानसिक और भावनात्मक देखभाल क्यों करनी चाहिए और यह हम कैसे करें—इस बारे में अपने विचार व्यक्त कर रही हैं। इस वीडियो को देखें, और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ शेयर करें।
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